Anupama 5 October 2021 Written Update | Anupama 5th October 2021 Today full episode Written Update | Anupama 5 October 2021 Today Full Episode Twist | Anupama 5th October 2021 Written Update | Anupama 5th October 2021 Written Update In Hindi
Anupama 5 October 2021 Written Update सीरियल अनुपमा के आज के एपिसोड में आप सभी अनुपमा लीला को देख कर मुस्कुराती है तभी देविका हंसते हुए काव्या से कहती है हेलो काव्या और बाप को भी अंदर आने को कहती है लेकिन तीनों लोग वहीं पर खड़े रहते हैं इतने में भावेश भी आ जाता है और उन तीनों के साथ आकर खड़ा हो जाता है तभी बन रहा है भावेश से कहता है माझी नहीं आई भावेश कहता है वह मां के घुटनों में दर्द है तो इसलिए वह नहीं आ सकी और उसके बाद भावेश जा कर पूजा में बैठ जाता है
तभी अनुपमा लीला को इशारा करती है पूजा में बैठने के लिए लीला भी अनुपमा के पूजा में आकर बैठ जाती है और उसके बाद वनराज और काव्या भी बैठ जाते हैं तभी हंसराज लीला से कहते क्या हुआ तुम लोग तो पूजा में नहीं आने वाले थे तो आकर से गए लीला कहती है मेरे बेटे ने कहा आने को इसलिए मैं आ गई तभी हंसराज कहते हैं अगर आज तुम्हारे बेटे ने कोई भी तमाशा किया तो मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा इधर पंडित जी अनुपमा और अनुज के काम शुरू करने से पहले एक कागज पर अपना छापा देने को कहते हैं
और उस कागज को अपने फाइल में रखने को कहते हैं तभी अनुज और अनूप माउस कागज में अपना छापा दे रहे होते हैं लीला कहती है अब ये कौन सा नाटक चल रहा है भूमि पूजन में ऐसा तो नहीं होता तभी हंसराज कहते हैं और जो तुम कर रही हो वही भूमि पूजन में नहीं होता है ढीला कहती है मैं क्या कर रही हूं तभी हंसराज कहते हैं तुम पूजा में बैठ कर गुस्सा कर रही हो और उसके बाद पंडित जी अनुपमा और लीला को इस बिजनेस में हमेशा सुख दुख में साथ रहने को बोलते हैं
और ये सब सुनकर वनराज को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा होता है तभी अचानक से कागज उड़ जाती है लेकिन बन रहा है उसे पकड़ लेता है और उसके शर्ट पर अनुपमा और अनुज के हाथ का छाप लग जाता है गुस्से में वनराज कागज को साइड रखता है और अपने शर्ट से दाग को हटाने की कोशिश करता है वही अनुपमा और अनुज और बाकी घर वाले वनराज को देख रहे होते हैं तभी काव्या अपने मन में कहती है ओ गॉड कहीं आज भी कोई तमाशा ना कर दे
इधर पंडित जी बोलते हैं पूजा संपन्न हुई और उसके बाद अनुज और अनुपमा सभी को प्रसाद देते हैं तभी भावेश अनुज की तारीफ करता है और अनुपमा को बधाई देता है तभी काव्या वनराज से कहती है कि भावेश ने कभी तुम्हारे साथ तो इतनी अच्छी तरीके से बात नहीं की और अनुज के साथ देखो कैसे हंस हंस के बात कर रहा है हां करेगा क्यों नहीं अनुज अमीर जो है और उसके बाद काव्या वनराज से कहती है मुझे पता है कि तुम्हें बहुत गुस्सा आ रहा होगा
लेकिन प्लीज अपने इस गुस्से को थोड़ा कंट्रोल करके रखो ये वक्त सही नहीं है अपना गुस्सा निकालने का। और उसके बाद अनुपमा वनराज के पास आती है और उससे कहती है कि मैं जानती हूँ कि आप यहां पूजा में शामिल होने के लिए नहीं बल्कि कुछ बात करने के लिए है। और ये भी जानती हूं कि जो आप कहना चाहते हैं वो आप कह कर ही रहेंगे बस इतनी विनती है कि कहते वक्त जरा तरीका और सलीका दोनों याद रखेगा जैसे ही बनराज अपने पैकेट में हाथ डालता है
वो पेपर निकालने के लिए तभी पीछे से सिक्योरिटी बोलती हैं अनुज और अनुपमा से कि मीडिया वाले आए हैं आप लोगों का इंटरव्यू देने के लिए देविका कहती है हां तुम दोनों जाओ इंटरव्यू देकर आओ इधर हंसराज लीला से कहते हैं लीला तुम अपने बेटे को समझा दो कि जो करने वो यहां आया है वो ना करें तो अच्छा होगा तभी लीला कहती है जब आपने अनुपमा को उसकी मनमानी करने से नहीं रोका तो मैं मेरे बेटे को क्यों रुकूं हंसराज कहते हैं
क्योंकि वनराज गलत कर रहा है तभी लीला कहती है तो अनुपमा सही कर रही है हंसराज कहते लीला तेरे बेटे के मोहने तुझे अंधा कर दिया है तभी लीला कहती जब आप अपने बेटी का साथ दे सकते हैं तो मैं अपने बेटे का साथ क्यों नहीं दे सकती जब आपको अपनी बेटी का साथ देने से कोई नहीं रोक सकता है तो मैं भी देखती हूं मेरे होते हुए मेरे बेटे को कौन रोकता है दूसरी ओर अनुज और अनुपमा इंटरव्यू दे रहे होते हैं वही वनराज बहुत ही ज्यादा गुस्से में रहता है और अनुज और अनुपमा को इंटरव्यू देते देख रहा होता है तभी काव्या वनराज से कहती है
काव्या वनराज से कहती है कि मुझे नहीं पता है तुम यहां पर क्यों आए हो और तुम्हारे मन में क्या चल रहा है लेकिन प्लीज इस सिचुएशन को समझने की कोशिश करो आज अनुपमा जहां है कल हम भी वहां खड़ा हो सकते हैं हमें थोड़ा सा पेशेंस रखना होगा अगर हम अनुज कपाड़िया के गुड बुक्स में रहेंगे तो उसमें हमारा ही फायदा है लेकिन अगर हम उसे लड़ेंगे तो उसमें नुकसान भी हमारा ही है अभी इसलिए प्लीज भी ऐसी कोई स्टूपिडिटी मत करना
जिससे हमारा पूरा फ्यूचर बर्बाद हो जाए मैं तुम्हें समझा समझा कर थक गई हूं तभी बलराज कहता है गुड वर्क इज माय फुट बन रहा था कि जिंदगी किसी की मोहताज नहीं है एक बार इन लोगों की इन नौटंकी खत्म हो जाए उसके बाद मैं अनुज कपाड़िया को इस लेटर का जवाब देकर रहूंगा वही अनुज मीडिया वाले से कहते हैं अब जितने भी सवालों के जवाब आप सभी को चाहिए वह अब अनुपमा देगी पहले तो अनुपमा नर्वस होती है लेकिन फिर अनुज कहते हैं यहां तुम जवाब दोगी तब इतना बोल कर अनुज वहां से चला जाता है वही पाखी बहुत परेशान रहती है
तभी अनुज पाखी के पास आता है और पाखी से कहता है अपनी मॉम को यहां देख कर खुशी मिल रही है तभी राखी कहती है हां आई एम सो प्राउड ऑफ माय मॉम और उसके बाद पाखी वनराज की तरफ देख कर परेशान हो रही होती है तभी अनुज ताकि से कहता है क्या हुआ तुम खुश तो नहीं लग रही हो बहुत परेशान लग रही हो क्या बात है
मुझसे तुम शेयर कर सकती हो तभी पाखी कहती है लेकिन मैं तो आपको ज्यादा जानती भी नहीं हूं तभी अनुज कहता है अजीब सी बात है कई बार जो बातें हम अपने फैमिली फ्रेंड से नहीं कर पाते हैं कभी कभी किसी अजनबी के साथ वो बातें शेयर करना आसान होता है
तभी पाखी हां रूप से कहती है आप अभी भी मम्मी से प्यार करते हो अनुज कुछ नहीं बोलता तभी पाखी कहती है आप बहुत अच्छे हो और आप मुझे बहुत अच्छे लगते हो और आपकी वजह से मम्मी को ग्रो करने का चांस मिल रहा है उसके लिए थैंक यू पर मैं अपने पापा से और अपनी फैमिली से बहुत प्यार करती हूं पापा ने कुछ गलती की है उस वजह से पापा मम्मी साथ नहीं है लेकिन एटलिस्ट दोनों एक साथ एक घर पर तो है
मेरे लिए इतना ही काफी है वो दोनों मेरे साथ होते हैं तो अच्छा लगता है पेरेंट्स अलग हो गए हैं पर फैमिली एक ही है मैं जानती हूं कि मैं सेल्फी सो लेकिन क्या करूं मुझे मेरे मम्मी पापा दोनों साथ चाहिए वो भी एक ही घर में अनुज कहता है तुम कुछ गलत नहीं कर रही हो हर बच्चा यही चाहता है ये सेल्फिशनेस नहीं ये अपने मां-बाप के लिए प्यार है और उसके बाद अनुज कहता है तुम्हारी मम्मी की जगह मेरे लाइफ में सिर्फ एक दोस्त की है और तुम इतना तो जानती हो ना कि
तुम्हारी मम्मी को एक दोस्त की जरूरत है तुम कभी मुझ पर ट्रस्ट करो या ना करो पर अपनी मम्मी पर कभी डाउट मत करना क्योंकि तुम जानती हो कि वो कभी भी कुछ भी गलत नहीं करेगी अनुपमा तुम्हारी मम्मी पहले और बाद में मेरी दोस्त इसलिए तुम्हारे मम्मी के रिश्ते पर मैं और मेरी दोस्ती कभी हावी नहीं होगी और उसके बाद पाखी और अनुज दोस्त बन जाते हैं अनुपमा उन दोनों को दोस्त बंता वह देखकर बहुत खुश होती है वह वनराज को बहुत गुस्सा आता है तभी वनराज गुस्से में पाखी को अपने पास बुलाता है।
और उसके बाद अनुपमा का इंटरव्यू खत्म होता है सभी लोग अनुपमा की तारीफ करते हैं वनराज अनुपमा के पास जाता है तभी अनुपमा वनराज से कहती है इतनी देर से बेचैन खड़े हैं जो बोलना है बोल दीजिए तभी वनराज अनुपमा से कहते हैं मुझे बोलने के लिए तुम्हारी इजाजत की जरूरत नहीं है और उसके बाद वनराज अनुज को दिखाता है कि उसके कंपनी से उसे ऑफर लेटर आया था होता है जो उसे मंजूर नहीं है और उसके बाद इसी में अनुपमा वनराज और अनुज की बहुत ज्यादा बहस हो जाती है और आज के एपिसोड का दी एंड वहीं पर हो जाता है
वही कल के एपिसोड में आपसे भी देखेंगे कि बनराज उस लेटर को फाड़ के हवन कुंड में डाल देता है और अनुज से कहता है तुम्हें अनुपमा के साथ जो संबंध रखना है रखो लेकिन मुझ से दूर रहना और इस बात से अनुज को बहुत ज्यादा गुस्सा आता है तो ये सब होगा कल के आने वाले एपिसोड में